चान चमचमाईल

तार तार जिनिगी बा ,तार ना जोराइल.
खानत में, कूटत में सगरो ओराइल.
जार-जार रोवे मन, मन परे जब-जब,
हाथे के हीरा हठाते हेराइल.
अब अइहें, तब अइहें, कब अइहें, कब अइहें?
जोहत- जोहत राह आँखि पथराइल.
काँट से ना डर बा ई सोचि फूल सूतल,
पतई का कोरन से गरदन कटाइल.
असरा के अँजुरी भरि अच्छति अँइछि के,
चरनन चढ़ा दिहनीं चाँन चमचमाइल.

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